30+ प्यार बढ़ाने वाली शायरी | Pyar Badhane Wali Shayari (2023)
दोस्तों इस आर्टिकल में हम शेयर करने वाले है प्यार बढ़ाने वाली शायरी जिससे आपका प्यार और भी गहरा होता जायेगा इन सभी प्यार करने वाली शायरी को आप अपने क्रश, प्रेमिका/प्रेमी के साथ शेयर कर सकते है जिससे आपका प्यार और भी गहरा हो सके। दोस्तों नीचे दिए गए सभी प्यार शायरी के साथ इमेज भी दिया गया है जिसे आप अपने फ़ोन में डाउनलोड कर सकते है और उसे सेंड कर सकते है।

तुझको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा,
दिन बदलेंगे,साल बदलेगा,
लेकिन दिल का हाल नही बदलेगा।
अपनी मोहब्बत से सजाना है तुझको,
कितनी चाहत है तुझसे ये बताना है तुझको,
राहों में तेरी बिछाकर मोहब्बत अपनी,
इश्क के सफर पर ले जाना है तुझको।

करीब रहूं या दूर जाऊँ मैं,
बस मेरा तो यही आलम है,
तुझे हर वक्त चाहूं मैं।
गौर से देखिये हमारी आँखों में सनम,
डूब जाओगे इतनी मोहब्बत
भरी है आपके लिए।
प्यार बढ़ाने वाली शायरी

मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
मोहब्बत का कोई चहरा नही फिर भी वो हसीन है।
फूल और खुशबु जैसे साथ रहते हैं,
वैसे ही मेरे पास रह जाओ ना तुम।
हमने तेरी तस्वीर में वो रंग भरा है,
की लोग देखेंगे तुझे और पूछेंगे मुझे।
प्यार बढ़ाने वाली शायरी
तुम सामने आये तो अजब तमाशा हुआ,
हर शिकायत ने जैसे खुद ख़ुशी कर ली।

क़ुदरत ने ही की है ये साज़िश,
वरना कोई अनजान इतना
अज़ीज़ कैसे हो सकता है।
भूलना भुलाना तो दिमाग का काम है,
बेफिक्र रहिए जनाब आप तो दिल में है।
आग सूरज में होती है,
पर जलना ज़मी को पड़ता है,
मोहब्बत निगाहों से होती है,
पर तड़पाना दिल को पड़ता है।
तेरी ख़ामोशी से बढ़कर
मुझे तेरा गुस्सा अज़ीज़ है।

मेरे प्यार की पहचान तू ही तो है,
मेरे जीने का अरमान तू ही तो है,
कैसे बयान करे आलम इस दिल का,
मेरी आशिकी मेरी जान तू ही तो है।
बस तुम ही मेरे दिल की ज़िद हो,
ना तुम जैसा चाहिए
और ना तुम्हारे सिवा चाहिए।
किसी को चाहना आकर्षण हो सकता है,
पर उसी को चाहते रहना अवश्य प्रेम है।
तेरा इंतज़ार मुझे हर पल रहता है,
हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है,
तुझ बिन धड़कने रुक सी जाती है,
की तू मेरे दिल में मेरी धड़कन बनके रहता है।
प्यार बढ़ाने वाली शायरी

आजकल मैं अपनी हर गज़ल
का मशवरा तुम्हारी तस्वीर से लेता हूँ।
अपने होंठों से कह दो के यूँ ना मुस्कुराया करे,
हम बड़े गुस्ताख़ हैं इन्हें चूम लिया करते हैं।
तुम मेरे इतने क़रीब आ जाओ,
के मैं तुम्हें अपना सायाँ कह सकूँ।
वैसे तो तेरी याद कभी कभी ही आती है,
पर जब भी आती है बेशुमार आती है।

तेरा आना भी किसी इनायत से
कम नहीं, तेरा छूना तो खुदा का छूना है
लगता है अब नज़र उतारनी पड़ेगी आपको,
मैंने इश्क़ की नज़र से देखा है आपको।
सबको उम्मीदें थी पर भरोसा
बस तूने किया, इसलिए
शायद प्यार मुझे तुमसे हुआ।