30+ Dhoka Dene Wali Shayari | धोखा देने वाली शायरी हिंदी में

Dhoka Dene Wali Shayari – दोस्तों शायद ही कोई होगा, जिसे प्यार में धोखा नहीं मिला है, कभी-कभी हम किसी से बेइंतिहा प्यार करते है, लेकिन सामने वाला हमारे प्यार को नहीं समझता है, या फिर वो अब हमसे प्यार नहीं करता और हमें धोखा देने लगता है, जो हमें बहुत तकलीफ देती है, इसी को देखते हुए आज के इस आर्टिकल में हम लेकर आये है धोखा देने वाली शायरी जिसे आप पढ़कर महसूस कर सकते है, साथ ही शेयर भी कर सकते है, इन सभी Dhoka Dene Wali Shayari के साथ इमेज भी दिया गया है, जिसे आप डाउनलोड कर सकते है, और शेयर कर सकते है।

 Dhoka Dene Wali Shayari

Dhoka Dene Wali Shayari

एक बार किसी के धोखे से
दिल टूट जाए तो शायद
ही फिर जुड़ पाता है।

मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया,
उसने धोखा भी बहुत मज़े से दिया।

Dhoka Dene Wali Shayari
Dhoka Dene Wali Shayari

कुछ ना बचा मेरे इन, दो खाली हाथों में,
एक हाथ से किस्मत रूठ गई,
तो दूसरे हाथ से मोहब्बत छूट गई

कर्ज़दार हूँ मैं कुछ लोगों का,
क्योंकि उनके दिये धोखे के बाद
ही मेरी अक्ल ठिकाने आई है।

Dhoka Dene Wali Shayari

आखिर तुम भी आईने की तरह ही निकले ,
जो भी सामने आया उसी के हो गए।

हमे लगता था वो नाराज़ हैं हमसे
हम गलत थे वो तो परेशान थे हमसे

Dhoka Dene Wali Shayari

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,
थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं।

महसूस कर रहे है
तेरी लपरवाहिया कुछ दिनों से ,
अगर हम बदल गए तो
मनाना तेरे बस की बात नहीं।

Dhoka Shayari

अब न खोलो मेरे घर के उदास दरवाज़े,
हवा का शोर मेरी उलझनें बढ़ा देता है

जब दिल टूटे तो समझ लेना,
किसी के दिल में अब नहीं है खोना

Dhoka Shayari

कभी कभी नाराजगी,
दूसरों से ज्यादा खुद से होती है।

जिंदगी में हिस्सा बनने की चाह थी,
मगर किस्मत ने किस्सा बनाकर छोड़ दिया

उदास कर देती है ये शाम
ऐसा लगता है…
जैसे कोई भूल रहा है धीरे-धीरे.

एक बार भी नहीं रोका उसने मुझे ,
शायद उसे मेरे चले जाने का इंतज़ार था।

धोखा देने वाली शायरी

धोखा देने वाली शायरी

कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर…
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर

वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।

धोखा देने वाली शायरी

हमे तो प्यार के दो लफ्ज़ भी ना नसीब हुए,
और बदनाम ऐसे हुए जैसे इश्क के बादशाह थे हम।

बेशक जो जितना खामोश रहता है
वो अपनी इज़्ज़त उतनी ही महफूज़ रखता है.

कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
बस यूं लोग एक दूसरे से दूर हो जाते हैं।

उसकी बाहों में सोने का
अभी तक शौक है मुझको ,
मोहब्बत में उजड़ कर भी ,
मेरी आदत नहीं बदली।

दोस्तों ऊपर दिए गए सभी Dhoka Dene Wali Shayari पढ़ने के बाद आपको कैसा लगा हमें कम्मेंट करके जरूर बताये, साथ ही इस आर्टिकल को आप सभी सोशल मीडिया पर शेयर भी कर सकते है।

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