30+ Safar Shayari In Hindi | सफर शायरी हिंदी में
Safar Shayari – दोस्तों स्वागत है आपका Shayarilike.com में, जिसमे आज हम आपके साथ शेयर करने वाले है Safar Shayari जिसे आप अपने Whatsapp, Facebook, आदि पर शेयर कर सकते है, और अपने सभी सोशल मीडिया का स्टेटस, स्टोरी भी लगा सकते है। इन सभी सफर शायरी के साथ इमेज भी दिया गया है जिसे आप अपने फ़ोन में डाउनलोड कर सकते है।
Safar Shayari

मंजिल तो मौत है,
सफर मज़ा लो
कितना मुश्किल है ज़िन्दगी
का ये सफ़र,खुदा ने मरना
हराम किया लोगों ने जीना।

रास्ते कहाँ ख़त्म होते हैं,
जिंदगी के सफर में,
मंजिले तो वही हैं,
जहाँ ख्वाहिशें थम जाएं।
आँखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें,
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो।

नफरत सी होने लगी है
इस सफ़र से अब ज़िंदगी कहीं तो
पहुँचा दे खत्म होने से पहले।
न जाने कौन सी शोहरत पर
आदमी को नाज है, जबकि आखरी
सफर के लिए भी आदमी
औरों का मोहताज है।
जिंदगी एक सफ़र है सुहाना,
यहाँ कल क्या हो किसने जाना।
Safar Shayari In Hindi

ज़िंदगी में किसी की राय,
आपका सफर नहीं बदल सकता।
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।
इस जीवन में सब का सफर
और सब का रास्ता अलग-अलग है।

ना थके हैं कभी पैर,
ना कभी हिम्मत हारी है,
जज्बा है कुछ बनने का ज़िंदगी में
इसलिये सफर जारी है।
नफरत सी होने लगी है
इस सफ़र से अब,
ज़िन्दगी कहीं तो पहुँचा दे
ख़त्म होने से पहले।
गलती कबूल करने और गुनाह
छोड़ने में कभी देर ना करें,
क्योकिं सफर जितना लम्बा होगा..
वापसी उतनी ही मुश्किल हो जायेगी।

जिंदगी तेरे सफर में, मैं हूँ की नहीं
ये मुझे मालुम नहीं, लेकिन मेरी सफर ही
तब शुरू होती है, जब तुम ज़हन में होती हो।
जब मैं सफर में अकेला चलता था
तो खुश था भीड़ के साथ चल कर
मैं अपनी मंजिल से भटक गया।
सफर शायरी

दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में,
एक सब्र तो दूसरा इम्तिहान।
ये रास्ता मुझे समझ नहीं आता,
मुसाफ़िर हूँ मैं और मंजिल का कुछ पता नहीं।
ज़िंदगी में रंग और उमंग होना चाहिए,
एक सच्चा हमसफ़र भी संग होना चाहिए,
माता पिता, गुरुओं का आशीष बना रहे,
ज़िंदगी जीने का नया ढ़ंग होना चाहिए।

जिन्दगी काँटों का सफ़र है,
हौंसला इसकी पहचान है,
रास्ते पर तो सभी चलते है,
जो रास्ते बनाए वही इंसान है।
उम्र बिना रुके चली जा रही है,
लगता है सफ़र लम्बा है।
गलती कबूल करने और गुनाह
छोड़ने में कभी देर ना करें,
क्योंकि सफर जितना लम्बा होगा,
वापसी उतनी ही मुश्किल हो जायेगी।
आपको यह Safar Shayari कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताये, अगर आपको सफर शायरी अच्छा लगा हो तो इसे आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, चाहने वालो के साथ शेयर जरूर करे।